बस्तर संभाग के कला एवं संस्कृति में रुचि रखने वालों के साथ मिलकर संभागीय बस्तर लोक संस्कृति संरक्षण समिति का गठन किया गया है जिसका कार्य क्षेत्र संपूर्ण बस्तर संभाग है l इस संस्था के स्थापना के पश्चात क्षेत्रीय पंजीयक कार्यालय से पंजीयन भी कर लिया गया है l वर्तमान में संस्था के अध्यक्ष रुद्र नारायण पाणिग्रही को चुना गया है l नारायण पाणिग्रही ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य बस्तर अंचल की क्षेत्रीय संस्कृति एवं भाषा बलियो के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अकादमिक कार्य करना है, बस्तर अंचल की लोक कला के संरक्षण एवं विकास के लिए प्रयास करना एवं लोक कला के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करना साथ ही बस्तर अंचल के पारंपरिक ज्ञान (कृषि, चिकित्सा, कला इत्यादि) का संरक्षण और विकास के लिए प्रयास करना होगा l इसके साथ ही बस्तर अंचल के इतिहास, संस्कृति एवं पर्यटन से संबंधित स्थलों के संरक्षण और विकास के लिए प्रयास करना, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यों के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, बाल विवाह निषेध , जाति प्रथा निषेध, महिला एवं बाल विकास, अंधविश्वास विरोध एवं वैज्ञानिक अभिरुचि जागृत करने का प्रयास करना होगा l

संभागीय बस्तर लोग संस्कृति संरक्षण समिति के अध्यक्ष -रुद्र नारायण पाणिग्रही, उपाध्यक्ष- नारायण सिंह बघेल, श्रीमती पूर्णिमा सरोज, सचिव- महेंद्र पांडे, सह-सचिव- श्रीमती चंचला सावरकर, श्रीमती लक्ष्मी मंडल, कोषाध्यक्ष- विक्रम कुमार सोनी, प्रचार सचिव- श्रीमती हितप्रिता ठाकुर, कार्यकारिणी सदस्य– श्रीमती पार्वती शर्मा, भूपेंद्र पाणिग्रही , महेंद्र ठाकुर, राकेश कुमार सेवता, विक्रम राणा, निर्वाचित किए गए हैं l संस्था के संयोजक नरेंद्र पाढ़ी तथा संरक्षक एस करीमुद्दीन व दशरथ कश्यप हैं , इस संस्था के विधि सलाहकार के रूप में सुभाष पांडे को सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया l आगामी दिनों में इस संस्था के लिए सदस्यता अभियान चलाया जाएगा , जो व्यक्ति बस्तर के कला संस्कृति, बोली – भाषा की जानकारी रखता हो वह संस्था से जुड़ सकता है l यह अपील संस्था की ओर से की गई है , इस आशय हेतु सदस्यता फॉर्म सदस्यों से प्राप्त कर सकते हैं l