सूरजपुर बिश्रामपुर क्षेत्र में आए दिन विश्रामपुर में एसईसीएल की भूमि पर कब्जा होना एक आम बात हो गया है जिसमें आज तक एसईसीएल के उच्च अधिकारी कार्रवाई करने में नाकामयाब हुए हैं

चाहे वह अवैध क्वार्टर की बात करें या एसईसीएल की जमीन पर कब्जे की बात करें यह विश्रामपुर क्षेत्र में एक आम बात हो गया है जिसमें कार्रवाई करने में एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारी असमर्थ हैं

या कहिए कि किसी के दबाव में आकर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं ऐसे ही एक और मामला सामने आया जब एसईसीएल की जमीन पर लगे लिप्टिस के पेड़ की अवैध कटाई की जा रही थी जिसकी सूचना मिलने पर हमारी टीम के द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया और जिसकी सूचना हमारे द्वारा जिम्मेदार अधिकारी एसईसीएल के सुरक्षा अधिकारी अमरिंदर नारायण से लेकर दिनेश पांडे एवं वन मंडल अधिकारी सूरजपुर से लेकर रेंजर और एसडीएम सूरजपुर को आगवत कराया गया जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसईसीएल के सुरक्षा अधिकारी के द्वारा जब अवैध पेड़ कटवाने के संबंध में पेड़ों की परमिशन और जमीन के दस्तावेज की बात कही तो पेड़ों की अवैध कटाई करवाने वाले जिनका नाम श्रवण गिरी बताया जा रहा है उनके द्वारा कोई भी दस्तावेज नहीं दिखाया गया

वह बार-बार राजपत्र का हवाला देते हुए कहते रहे की लिप्टिस के पेड़ों की कोई परमिशन नहीं लगती है और हमको किसी को दिखाने का जरूरत नहीं जिसको जांच करना है वह कर ले वही सरवन गिरी के द्वारा मीडिया से भी अभद्र व्यवहार करते हुए कहा गया कि आप सब जगह हमारा शिकायत कर रहे हो क्या कर लोगे हमारे पास शासन सत्ता के अधिकारी मौजूद हैं हम देखते हैं क्या कार्रवाई होता है कहीं ना कहीं उनकी बातों में सच्चाई भी देखने को मिली मौके पर पहुंचे अधिकारियों के द्वारा खबर बनाए जाने तक श्रवण गिरी और उनके सहयोगियों को कोई भी नोटिस नहीं दिया गया और जब इस विषय में वन विभाग से बात हुआ तो उनके द्वारा कहा गया कि यह जमीन एसईसीएल में कब्जा धारी की जमीन है इसमें राजस्व अधिकारी कार्रवाई करेंगे या फिर एसईसीएल के अधिकारी कार्रवाई कर सकते हैं अब देखना यह होगा की खबर चलने के बाद क्या एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के उच्च अधिकारी या फिर राजस्व अधिकारी श्रवण गिरी के ऊपर सरकारी भूमि से पेड़ों की अवैध कटाई के मामले में क्या कार्रवाई करते हैं वही श्रवण गिरी के साथ आए हुए कुछ लोगों के द्वारा कहा गया कि अभी हमने कुमदा क्षेत्र के 400 पेड़ों की भी परमिशन के लिए आवेदन दिया हुआ है लेकिन कहां दिया है यह नहीं बताया वहां से भी हम लिप्टिस के पेड़ों की कटाई करेंगे आपको बता दें कि कुमदा क्षेत्र में भी ज्यादातर एसईसीएल की जमीन आता है तो वहां की परमिशन आखिर देगा कौन यह भी एक देखने वाला विषय होगा वहीं सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला कि बिश्रामपुर DAV स्कूल में लगे पेड़ और बाहर के पेड़ों की भी डील हो चुकी है बस स्कूल की छुट्टी का इंतजार है जिसके बाद लिप्टिस माफिया बहुत जल्दी विश्रामपुर क्षेत्र में पेड़ों की अवैध कटाई करने वाले हैं