सूरजपुर एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में महान 3 ओपन कास्ट में चल रही कंपनी चेन्नई राधा की लापरवाही सामने आई है यहां महान 3 से कोयला लोड कर ट्रैकों में भरकर CHP भटगांव लाया जाता है वही 10 तारीख की रात को अपने ट्रक no CG 15EC 3745में कोयला लेकर जा रहे

ग्राम पंचायत द्रुति के रहने वाले राजकुमार का ट्रक अचानक सुखद जंगल में रोड के बीच लगे हुए पेड़ से टकरा गया यहां पर ट्रक ड्राइवर राजकुमार ट्रक के केबिन में ही फस गया जो काफी गंभीर हालत में था दूसरे ट्रक ड्राइवरो के द्वारा और आस-पड़ोस के लोगों के द्वारा तत्काल कई मुशक्तों के बाद ट्रक ड्राइवर को जख्मी हालत में बाहर निकल गया और समुदाय स्वास्थ्य केंद्र कल्याणपुर ले जाया जा रहा था यहां रास्ते में ही ट्रक ड्राइवर राजकुमार की मृत्यु हो गई

वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रक ड्राइवरो का कहना है कि कंपनी हमसे 12 घंटा ड्यूटी करवा रही है जबकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के द्वारा 8 घंटे से ऊपर कोई भी कर्मचारी ड्यूटी नहीं करेगा लेकिन कंपनी के द्वारा लापरवाही पूर्वक ड्राइवरो को कुछ पैसे का लालच देकर जैसे कि ड्राइवरो ने बताया कि 6 ट्रिप मारने पर ₹400 दिया जाएगा अगर 24 घंटे में आप छह ट्रिप मारेंगे तो आपको ₹400 बोनस के तौर पर दिया जाएगा जबकि 45000 की पेमेंट में तीन ड्राइवर रखने होते हैं वही कंपनी के द्वारा ड्राइवरो से 12, 12 घंटा ड्यूटी करवाई जा रही है वहीं ड्राइवरो की नींद पूरी न होने के कारण आज एक बड़ा हादसा हुआ जिसमें की ड्राइवर को अपनी जान गंवानी पड़ी वही आकर्षित भीड़ के द्वारा और परिजनों के द्वारा ट्रांसपोर्टिंग रोक दिया गया जिसके बाद कंपनी के अधिकारियों के द्वारा तत्काल ड्राइवर के परिवार को 20000 की सहायता राशि और संस्कार तक पूरा खर्च उठाने का बात कहा गया और कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी के द्वारा जो इंश्योरेंस होता है उसमें ड्राइवर के परिवार वालों को 15 लख रुपए दिया जाएगा वही एसईसीएल के अधिकारियों की भी बड़ी लापरवाही सामने आती है जबकि हर हफ्ते एसईसीएल भटगांव के सेफ्टी अधिकारियों के द्वारा कंपनी में जाकर सेफ्टी के लिए ड्राइवरो से लेकर बाकी कर्मचारी का सेफ्टी मीटिंग लिया जाता है और वहां पर बड़ी-बड़ी बातें करना कि दारू पीकर गाड़ी मत चलाइए या नींद में मत चलाइए लेकिन 12 घंटा ड्यूटी करवाया जा रहा है सेफ्टी में वह नहीं आता है क्या यह भी एक बड़ी लापरवाही सामने आती है आखिर क्यों महान 3 खदान के सब एरिया से लेकर मैनेजर और महाप्रबंधक मौन बैठे हैं