एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र में अवैध लकड़ी माफिया सक्रिय है वहीं अब उनकी नजर DAV स्कूल बिश्रामपुर के लिप्टिस के पेड़ों पर और कुमदा क्षेत्र के लिप्टिस के पेड़ों पर है जो की आए दिन कटाई हो रहे हैं जिसमें एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारी मौन बैठे हुए हैं

जो ऐसे लकड़ी माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं या कहें कि किसी के दबाव में कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं या कहें कहीं SECL के अधिकारियों की शह पर यह काम तो नहीं हो रहा अभी कुछ दिन पहले हमने दिखाया कि किस तरीके से श्रवण गिरी नाम के आदमी के द्वारा अपने कुछ सहयोगियों और लेबर को लेकर किस तरीके से दिनदहाड़े 20 से 25 पेड़ों की अवैध तरीके से कटाई कर दी गई जिसमें अभी तक शासन प्रशासन और एसईसीएल के अधिकारियों के द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं किए जाने का बड़ा सवाल खड़ा होता है

वहीं सूत्रों की माने तो कल रात लकड़ी माफिया के द्वारा हाईड्रा क्रेन लगाकर रात के अंधेरे में लकड़ी को CG,15 ,A 8180 ट्रक में लोड कर बेचने की फिराक में भरा जा रहा था जिसकी सूचना तत्काल हमारे द्वारा एसईसीएल के सुरक्षा अधिकारी अमरेंद्र नारायण को दी गई जिसके 15 मिनट बाद जिस हाईड्रा क्रेन से ट्रक में लकड़ी लोड हो रहा था उसी क्रेन से लकड़ी को ट्रक से खाली कर लकड़ी माफिया के द्वारा ट्रक लेकर मौके से फरार हो गए जिस ट्रक में लकड़ी लोड हो रहा था वह काफी पुराना था और उसका इंश्योरेंस भी फेल था आखिर ऐसे ट्रक कैसे अवैध लकड़ी लेकर रोड पर चल रहे हैं आखिर इसमें सवाल यह भी खड़ा होता है

कि सुरक्षा अधिकारी को सूचना देने के 15 मिनट बाद ही क्यों ट्रक वहां से भाग गया वही कॉलोनी वासियों ने बताया कि श्रवण गिरी और उनके साथ उनके और सहयोगियों के द्वारा वहां से पेड़ काटे गए हैं और हमारे कॉलोनी के बच्चे वहां खेलते थे अब गर्मी के सीजन में वह कहां खेलेंगे वही कॉलोनी वासियों ने बताया कि ऐसे अवैध लकड़ी माफिया पर सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए और कार्रवाई नहीं होने से यह भी शंका हो रहा है कहीं अधिकारियों की शह पर यह काम तो नहीं हो रहा है अब देखना यह होगा की खबर चलने के बाद क्या श्रवण गिरी और उसके सहयोगियों के ऊपर कोई कार्रवाई होता है कि नहीं वही कॉलोनी वासियों ने बताया कि श्रवण गिरी नाम के आदमी के द्वारा एसईसीएल के कई जगह जमीन पर अपना दावा किया जाता है कई जगह बाउंड्री करवा कर एसईसीएल की जमीन को कब्जा कर रखा हुआ है वही कॉलोनी वासियों की माने तो उनके द्वारा यह भी बताया गया कि जिस जमीन से श्रवण गिरी के द्वारा अवैध तरीके से लिप्टिस के पेड़ों की कटाई की गई है वह जमीन एसईसीएल के द्वारा CISF को ग्राउंड बनाने के लिए दिया गया है लेकिन श्रवण गिरी के द्वारा उस जमीन पर अपना हक जमाते हुए एसईसीएल के अधिकारियों को कोई भी काम करने के लिए नहीं देता है जा कहिए कि एसईसीएल के अधिकारियों के ऊपर अपना दबदबा बनाए रखा हुआ है