
संवाददाता : नवीन
शिक्षक साझा मंच के बैनर तले अपने प्रमुख मांग को लेकर शिक्षकों ने पामगढ़ में धरना प्रदर्शन किया
शिक्षक साझा मंच के बैनर तले अपने प्रमुख मांग को लेकर पामगढ़ में धरना प्रदर्शन किया गया। अपने प्रमुख मांग क्रमोन्नत वेतनमान का जनरल आदेश जारी करना, 2008 का सेटप लागू करना, नियुक्ति तिथि से पूर्ण पेंशन, पदोन्नति में डी एड को मान्यता, को लेकर शिक्षकों में भारी आक्रोश देखने को मिला जिसको लेकर ब्लॉक मुख्यालय में धरना प्रदर्शन, रैली निकालकर तहसीलदार पामगढ़ को ज्ञापन सौंपा गया।
वर्तमान सरकार ने मोदी की गारंटी के तहत अपने चुनावी घोषणा पत्र में राज्य के समस्त शिक्षक एल बी संवर्ग को क्रमोन्नत वेतनमान देने का वादा किया था लेकिन आज पर्यन्त लगभग दो साल के शासन काल में अपना वादा पूरा नहीं किया उल्टा इस सरकार ने युक्तीयुक्तकरण के नाम पर 10 हजार से अधिक शालाओं को बंद कर दिया गया जिससे राज्य के 50 हजार शिक्षक के पद समाप्त कर दिये गये।
नियुक्ति तिथि से पूर्ण पेंशन का लाभ मिलना चाहिए जबकि सरकार शिक्षकों की सेवा की गणना 2018 से कर रही है और 2022 से पुरानी पेंशन लागू कर रही है जो सभी एल भी संवर्ग के साथ अन्याय है । उपरोक्त प्रमुख मांग को लेकर ब्लॉक संचालक अजय मधुकर के नेतृत्व में तहसीलदार पामगढ़ को धरना प्रदर्शन कर रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा गया।
जिसमें प्रमुख रूप से डा. कुंज किशोर, मनोज साहू, राम विश्वास सोनकर, महेंद्र कुमार दिव्य, प्रवचन खूंटे, संजय महीपाल, योगेश्वर साहू, संतराम जोशी, जोइधाराम ताम्रकार, रामकुमार देवांगन, रामसेवक पैकरा, जयसिंह राज, टेकराम कुर्रे, रविन्द्र सिंह, परमेश्वर राठौर, सुखसागर सायतोण्डे, मनमोहन अनंत, राजेन्द्र कुमार कश्यप, बलराम ध्रुव, अड़सन लाल कुर्रे, भीम प्रसाद अंचल, ओंकार साहू, विजय कश्यप, रोशन कुमार खरे संतराम जोशी, राजेश कुमार देवांगन, सहस राम रत्नाकर, कृष्ण कुमार साहू, महावीर प्रसाद, रामनारायण कश्यप, संतोष कुमार कश्यप, गणेश श्रीवास, गेंदराम यादव, राजेन्द्र सिंह कंवर, दिलीप कुमार कटियार, हरप्रसाद रायसागर, सिताराम गोंड़ चन्द्रशेखर साहू, दिलीप तिवारी, राकेश सिंह, सीमा देवी अग्रवाल, सहेतरीन देवांगन, प्रदीप कमलेश,निर्मल सिंह, ओमप्रकाश साहू, कुंवर प्रसाद सिन्हा,भुनेश्वर कौशिक, महेश राम केंवट, जगन्नाथ प्रसाद कश्यप, सीमा देवी अग्रवाल, खूश्बू कश्यप, पुष्पलता कृष्णा, गनेशी बंजारे, अनिता सुमन, शांति देवी जांगड़े, निलिमा सिंह, बबीता कंवर, विभा खरे, पूनीबाई काठले, आदि भारी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।